मुंह का कैंसर सबसे आम कैंसरों में एक है। बीते 10 वर्षों में मुंह के कैंसर के मामलों में एक तिहाई से अधिक की वृद्धि देखी गई है। यह कैंसर होंठ, मसूड़े, जीभ, गालों की अंदरूनी परत, मुंह के ऊपर एवं जीभ के नीचे मुंह के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है। इस भयानक बीमारी से बचने के लिए कैंसर के लक्षणों को जानना तथा उसकी जल्द से जल्द जांच कराना बहुत आवश्यक है। प्राप्त एक रिसर्च के मुताबिक, तंबाकू का सेवन मुंह के कैंसर का प्रमुख कारक रहा है। गुटका, जर्दा, खैनी, सिगरेट, बीड़ी, हुक्का ये सब चीजें तंबाकू में सम्मिलित हैं जो ट्यूमर के विकास की एक प्रमुख वजह है। युवा और वृद्ध दोनों आयुवर्ग के लोग इसका शिकार हो रहे हैं। मुंह के कैंसर से जुड़े कुछ संकेत एवं लक्षण हैं जिन्हें किसी को भी भूलकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
व्हाइट पैचेस (सफेद निशान):-
मसूड़ों, जीभ, टॉन्सिल या मुंह पर लाल या सफेद मोटे धब्बे नजर आ सकते हैं। इसे ल्यूकोप्लाकिया कहते हैं। अधिकांश ल्यूकोप्लाकिया पैच नॉन कैंसरस होते हैं। हालांकि कई निशान कैंसर के आरभिंक लक्षण हो सकते हैं। ये तंबाकू उत्पादों के सेवन के कारण हो सकते हैं। यदि किसी को ऐसे निशान दिखाई दिए तो बिना देरी के तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
लगातार होने वाली गांठें:-
यदि आपको मुंह या लिम्फ ग्लैंड्स (गर्दन की लसिका ग्रंथि) में किसी प्रकार की गांठ महसूस हो रही है तो यह खतरनाक हो सकता है। यदि आपको निरंतर ऐसा महसूस हो सकता है कि आपके गले में कुछ फंस गया है या गले में खराश का अनुभव होता है तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
मुंह और चेहरे पर दर्द और सुन्नता:-
बिना किसी कारण के यदि आपके चेहरे, मुंह या गर्दन और उसके आसपास दर्द होता है सुन्नता महसूस होती है तो यह मुंह के कैंसर का संकेत हो सकता है। इस हालत में जबड़े में सूजन और दर्द भी हो सकता है।
दांतों का गिरना:-
एक या एक से ज्यादा दांतों का बिना किसी कारण से कमजोर होना तथा गिरना कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अतिरिक्त यदि आपने कोई दांत निकाला है तथा उसके का उस जगह पर हुआ गड्ढा भरा नहीं है तो भी आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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