अंकारा: रूसी अखबार की खबरों के अनुसार तुर्की ने 2016 में रूसी राजदूत की मौत मामले में मुस्लिम मौलवी फ़ेथुल्लाह गुलेन और सात अन्य लोगों की गिरफ्तारी का आदेश दिया है. तुर्की के तरफ से ये बयान रूसी राष्ट्रपति पुतिन के दौरे के एक दिन पहले आय़ा है. दिसंबर 2016 में आंद्रेई कार्लोव को एक ऑफ-ड्यूटी पुलिसकर्मी ने गोली मार दी थी. गनमैन ने उसे गोली मारते हुए अल्लाहू अकबर और "अलेप्पो को मत भूलो!" जैसे नारे लगाए थे. उसका आरोप था कि सीरिया में रूस की भागीदारी है.
पुतिन अपने दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को तुर्की पहुंचे हैं जहां वे राष्ट्रपति तय्यिप एर्डोगान और ईरानी राष्ट्रपति हसन रोहानी से मुलाकात करेंगे. ये तीनों देश अस्ताना शांति वार्ता के अहम भागीदार कहे जाते हैं. जुलाई 2016 में राष्ट्रपति एर्डोगान ने देश में सैन्य तख्तापलट के लिए भी गुलेन के नेटवर्क पर आरोप लगाया था.
गुलेन जो 1999 से अमेरका में निर्वासन के रुप में रह रहा है ने अपने उपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है. अखबार के मुताबिक, तुर्की के अधिकारियों ने आठ लोगों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं क्योंकि उनके ही आदेश पर रूसी राजदूत की हत्या की गई थी. हुर्रियत अखबार ने बताया कि इस संबंध में तीन पुलिसकर्मियों सहित सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. आने वाले समय में इस फैसले का देशों के आपसी रिश्तों पर प्रभाव साफ देखने को मिलेगा.
पाक में हिन्दू ही नहीं ईसाई भी नहीं है सुरक्षित
रूस के एलान के बाद घोउटा से पलायन कर गए विद्रोही
तालिबान का बरपा कहर, 48 छात्राओं को दिया जहर