भुवनेश्वर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ओडिशा में दुर्गा पूजा पंडाल में लोगों को दर्शन के लिए प्रवेश की इजाजत नही होगी , हालांकि अनुष्ठानों को विधिविधान से संपन्न किया जाएगा. राज्य सरकार की तरफ से गुरुवार को जारी गाइडलाइन्स में यह बात कही गई है.
मुख्य सचिव एके त्रिपाठी की तरफ से जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, मूर्तियों की ऊंचाई चार फुट से अधिक नहीं रहेगी और पंडालों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा. सरकारी आदेश के अनुसार, यह गाइडलाइन अगले तीन महीने के दौरान मनाए जाने वाली लक्ष्मी पूजा, काली पूजा एवं अन्य सभी त्योहारों पर लागू रहेगी. इसके अनुसार, ' पंडाल तीन ओर से बंद रहेंगे और चौथी ओर से भी पंडाल को इस तरह ढंका जाएगा कि आम जनता प्रवेश नहीं कर सके. जनता/श्रद्धालुओं को दर्शन की इजाजत नहीं होगी.'
पूजा पंडाल में किसी भी वक़्त पुजारियों और आयोजकों सहित सात से अधिक लोग उपस्थित नहीं होने चाहिए. आयोजकों को पंडाल लगाने के लिए स्थानीय अधिकारियों और पुलिस से इजाजत लेनी होगी. दिशा-निर्देशों के अनुसार, पूजा पंडाल में मौजूद लोगों को कोरोना महामारी संबंधी सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करना होगा.
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