नई दिल्ली: आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं इस वायरस की चपेट में आने से 40000 से अधिक मौते हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है. ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए यह कहना जरा मुश्किल सा है कि इस बीमारी से कब तक निजात मिल पाएगा. निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज के कोरोना संक्रमित लोगों ने आसपास के इलाके को भी संक्रमित कर दिया. संक्रमित लोगों को जब बसों से अस्पताल व आइसोलेशन वाली जगह ले जा रहा था तो वे बसों से नीचे थूक रहे थे. इसकी वजह से पुलिस व प्रशासन को बसों के शीशे बंद करने पड़े. इन लोगों को हिदायतें दी जा रही थीं कि बसों से न थूकें. उनकी इस हरकत से निजामुद्दीन व आसपास के इलाके में अफरा-तफरी है.
मिली जानकारी के अनुसार मरकज से निकालकर लोगों को मंगलवार सुबह बसों से ले जाया जा रहा था तो बसों के शीशे बंद किए जा रहे थे. तभी पहुंची एक महिला पत्रकार ने बसों के शीशे बंद करने का कारण पूछा तो एक अधिकारी ने बताया कि जमात के लोग बसों से नीचे थूककर इलाके को संक्रमित कर रहे हैं.
वीडियो वायरल होने के बाद खिड़कियों के शीशे बंद करवाए: पत्रकार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ज्यादातर बसों के शीशे बंद किए गए. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोमवार शाम तक मरकज से 400 से ज्यादा लोगों को निकाला गया था. मंगलवार दोपहर तक 1100 से ज्यादा लोगों को निकाला. सुबह से ही यहां से लोगों को ले जाने के लिए डीटीसी की काफी बसें लगा दी गई थीं. इस लोगों को अस्पताल व आइसोलेशन वाली जगह पर पहुंचाया गया.
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