भारत का मित्र देश अफगानिस्तान इन दिनों प्रदूषण की मार से बेहाल है. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रदूषण के स्तर में भारी इजाफा दर्ज हुआ है जिससे बीते एक हफ्ते में 17 लोगों की मौत हो गई है. अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Public Health) ने बताया कि इन लोगों की मौत घातक प्रदूषण से हुए रेस्पीरेटरी इंफेक्शन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हुई है. जो की एक चिंताजनक रिपोर्ट है.
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इस मामले को लेकर टोलो न्यूज ने अफगानिस्तान सरकार की ओर से जारी बयान के हवाले से कहा है कि प्रदूषण के कारण हुई समस्याओं की वजह से पिछले हफ्ते काबुल में 8,800 से अधिक रोगी सरकारी अस्पताल पहुंचे. ये लोग फेफड़ों की समस्याओं एवं सांस की तकलीफों से पीड़ित थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते वर्ष के मुकाबले इस साल एक हफ्ते में 1,600 से ज्यादा मरीज अस्पताल पहुंचे.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पिछले एक महीने से काबुल में एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक बना हुआ है. अधिकारियों की मानें तो ऐसा घटिया श्रेणी के ईंधन, कोयला जलाने की वजह से हुआ है. हालात इतने खराब हैं कि सरकार को काबुल के 16 व्यस्ततम इलाकों में लोगों को मास्क वितरित करने पड़े हैं. कुल मिलकर कहना गलत नहीं होगा कि अब पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण अपना असर दिखाने लगा है.अभी हाल ही में आई ग्लोबल एलायंस ऑन हेल्थ एंड पॉल्यूशन (जीएएचपी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2017 में वैश्विक स्तर पर हुई कुल मौतों में 15 फीसद की वजह प्रदूषण था. इस साल प्रदूषण के कारण भारत में सबसे ज्यादा लोगों की जान गई है. इतना ही नहीं, प्रदूषण के कारण दुनियाभर के 2.75 करोड़ लोग शारीरिक रूप से अक्षम हो गए हैं.चीन दूसरे स्थान पर है जहां साल 2017 में 18 लाख से अधिक लोगों की मौत प्रदूषण से हुई है.
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