कोलकाता: कोलकाता दुष्कर्म-मर्डर केस के पश्चात् देशभर में लोगों में आक्रोश है. किन्तु जिस दर्द और तकलीफ से पीड़िता का परिवार गुजर रहा है उसका अनुमान लगाना मुश्किल है. ट्रेनी डॉक्टर के पिता ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि लोगों को उनकी बेटी के लिए लड़ते और न्याय की मांग करते देख उन्हें हिम्मत मिल रही है.
जांच CBI को सौंपे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'हम क्या संतुष्ट होंगे, जांच CBI को सौंपने से मेरी लड़की वापस आ जाएगी क्या? संतुष्टि की बात बहुत गलत है. हम आशा करते हैं कि कुछ न कुछ मिलेगा.' उन्होंने बताया कि CBI के अफसर ने अभी तक उनसे बात नहीं की है. पीड़िता के पिता ने कहा कि देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों ने उनकी हिम्मत को बढ़ाया है. उन्होंने कहा, 'हमें हिम्मत भी रखनी है और आशा भी.' अपराधियों के लिए मृत्युदंड के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जिस-जिस ने हमारी लड़की पर अत्याचार किया उसे भी वैसी सजा मिले. जितनी जल्दी सजा मिलेगी, हम लोगों का दुख थोड़ा कम होगा.
उन्होंने कहा, 'हमारा जो नुकसान हुआ है वो कोई नहीं भर सकता है, चाहें CBI हो या कोई और, कोई नहीं दे सकता. पूरा देश मेरी बेटी के लिए लड़ रहा है, इससे हमारी हिम्मत बहुत बढ़ रही है.' अपनी बेटी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'उसका पूरा दिन बस एक ही काम था, वो अपनी किताब के अतिरिक्त कुछ नहीं जानती थी. उसने अपनी डायरी में भी लिखा था कि एमडी में मुझे गोल्ड मेडल चाहिए. हमने बहुत समस्याओं से उसे पढ़ाया था. वो भी हर दिन 10 से 12 घंटे पढ़ाई करके यहां पहुंची थी. एक रात में हम सबका सपना चूर-चूर हो गया.'
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