नई दिल्ली: कांग्रेस ने पार्टी के घोषणापत्र की तुलना मुस्लिम लीग के घोषणापत्र से करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोमवार को चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल, पीएम मोदी ने 6 अप्रैल को राजस्थान के अजमेर में एक चुनावी रैली के दौरान यह टिप्पणी की थी। उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र को "झूठ का पुलिंदा" बताते हुए कहा था कि दस्तावेज़ के हर पृष्ठ से "भारत को टुकड़ों में तोड़ने की कोशिश की बू आती है। मुस्लिम लीग की मुहर वाले इस घोषणापत्र में जो कुछ बचा था, उस पर वामपंथियों ने कब्ज़ा कर लिया है। आज कांग्रेस के पास न तो सिद्धांत बचे हैं और न ही नीतियां। ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस ने सब कुछ ठेके पर दे दिया है और पूरी पार्टी को आउटसोर्स कर दिया है।''
अब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पीएम मोदी, लोकसभा चुनावों में 180 सीटों के आंकड़े को पार करने के लिए संघर्ष कर रही भाजपा की संभावना से डरे हुए हैं और फिर से "उसी घिसी-पिटी हिंदू-मुस्लिम स्क्रिप्ट" का सहारा ले रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया था कि उनके "वैचारिक पूर्वजों" ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था।
एक्स पर एक पोस्ट में खड़गे ने कहा, 'मोदी-शाह के राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था।' खड़गे ने कहा था कि, "आज भी, वे आम भारतीयों की आकांक्षाओं, जरूरतों और मांगों के अनुसार निर्देशित और आकार दिए गए 'कांग्रेस न्याय पत्र' के खिलाफ मुस्लिम लीग का आह्वान कर रहे हैं।"
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