नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 26 वीं पुण्य तिथि पर उनका स्मरण कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने उन्हें शान्ति दूत बताया.चिदंबरम ने कहा कि जो लोग श्रीलंका में शांति कायम होने से डरते थे वे उनकी मौत के जिम्मेदार थे.
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि राजीव की मां इंदिरा गाँधी को पता था कि परमाणु शक्ति संपन्न भारत संभ्रात सुपरपावर क्लब में शामिल होगा और उन्होंने पोखरण 1 परीक्षण किया. लेकिन उनके बेटे ने प्रधानमंत्री रहते हुए ऐसा नहीं किया, क्योंकि वह शांति प्रिय थे और उन्होंने कभी परमाणु परीक्षण का आदेश नहीं दिया. जबकि वह यह बात अच्छी तरह से जानते थे कि इससे देश को क्या दर्जा मिलेगा. यह कहते हुए वह भाव विह्वल हो गए. उन्होंने कहा राजीव शांति के दूत थे और इस कारण उनकी हत्या की गई.
गौरतलब है कि 21 मई 1991 को राजीव गांधी के रूप में देश ने अपने सबसे युवा प्रधानमंत्री को खो दिया था. बता दें कि श्रीपेरंबदूर में हुए एक धमाके में राजीव गांधी की मौत हो गई थी . रविवार को राजीव गांधी की 26वीं पुण्यतिथि थी. इस मौके पर युवा कांग्रेस द्वारा 'हम में हैं राजीव' कार्यक्रम रखा गया था, लेकिन दिल्ली में रविवार शाम को हुई भारी बारिश और आंधी के कारण राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था.
यह भी देखें
पी चिदंबरम के बेटे के घर पर CBI का छापा, मिले कई दस्तावेज
साध्वी प्रज्ञा ने कहा पी चिदंबरम के षड्यंत्र का शिकार हुई, भगवा आतंकवाद कांग्रेस की देन