पद्मावती फिल्म को लेकर इन दिनों देशभर में गरमा-गरमी का माहौल छाया हुआ है. इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि फिल्म को प्रदेश में प्रदर्शित होने नहीं दिया जाएगा. भोपाल में सोमवार को मुख्यमंत्री चौहान के समक्ष राजपूत समाज सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने फिल्म को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की.
दरअसल इसके पहले शुक्रवार को भावांतर योजना सहित कई मुद्दों पर चर्चा के लिए सीएम हाउस पर भाजपा विधायकों की बुलाई बैठक में सत्यपाल विधायक सिंह और 50 अन्य विधायकों ने मूवी पर बैन लगाने की मांग की, उन्होंने कहा कि फिल्म को लेकर कईं लोगों में नाराजगी है. अगर फिल्म रिलीज होती है, तो हालात बिगड़ सकते हैं. इसके बाद सोमवार को सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद उन्होंने प्रदेश में फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगा दी.
सीएम ने कहा कि कल्पना पर फ़िल्म दिखाने पर ऐतराज नहीं, लेकिन किसी का चरित्र गलत प्रदर्शित करने वाली फिल्म बर्दाश्त नहीं. फ़िल्म में महारानी पद्मावती से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ किया गया है. इसलिए राष्ट्रमाता पद्मावती के सम्मान के खिलाफ बनी फ़िल्म मध्य प्रदेश में प्रदर्शित नहीं की जाएगी.
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