आप सभी को बता दें कि इस्लाम को मानने वालों के लिए रमजान बेहद मुकद्दस महीना है और कहा जाता है कि इस महीने में रोजा, नमाज, जकात और कुरान की तिलावत करना फर्ज है. आप सभी को बता दें कि मुस्लिम समाज के लोग पूरे महीने रोजा रखकर बुरी आदतों को छोड़ते हैं और अच्छाई के रास्ते पर चलते हैं. इसी के साथ इस बार ऐसा कहा जा रहा है कि रमजान का महीना 4 मई 2019 से शुरू हो रहा है वहीं चांद दिखने पर ही रमजान के शुरू होने की सही तारीख तय होगी वह 5 मई भी हो सकती है.
आप सभी को बता दें कि इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक रमजान नौवां महीना है और इस्लामिक विद्वानों के मुताबिक इस महीने में खुदा अपने बंदों पर रहमत की बारिश करता है. कहा जाता है रमजान के समय अन्य दिनों की अपेक्षा 70 गुना ज्यादा सबाब मिलता है और रमजान के समय जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं. वहीं इस बारे में जानकारी रखने वालों के अनुसार कहा जा रहा है इस बार रमजान की शुरूआत 4 मई से हो रही है और इस्लामिक विद्वानों के मुताबिक यह तिथि चांद के दीदार पर निर्भर करती है. इसी के साथ उनके अनुसार यदि 4 मई की शाम को चांद का दीदार होता है तो मुकद्दस रमजान की शुरूआत मानी जाएगी और ऐसा होगा तो 4 मई की रात को सहरी के बाद से रोजा शुरू हो जाएगा. इसी के साथ चांद का दीदार 4 की बजाय 5 मई को होता है तो रमजान माह शुरूआत एक दिन आगे बढ़ जाएगी और पहले रोजे की सहरी 5 मई की रात को की जाएगी.
वहीं इस बारे में बात करने वाले जानकारों ने कहा कि सहरी का वक्त सुबह 4 बजे के आसपास और इफ्तार का वक्त शाम 7 बजे के आसपास रहेगा लेकिन यह समय अलग अलग जगह के हिसाब से बदल भी सकता है.
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