इस्लामाबाद: पाक पीएम इमरान खान ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में ये स्वीकार कर लिया है कि उनके कार्यकाल में पाकिस्तान की स्थिति बेहद खराब हो गई हैं. इमरान ने कहा कि सरकार के पास मुल्क चलाने के लिए पैसा नहीं है और इसलिए उन्हें दूसरे देशों से कर्ज लेना पड़ता है. पाक पीएम ने कहा कि बढ़ता विदेशी कर्ज और टैक्स कलेक्शन में कमी कहीं ना कहीं राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला बन चुका है और सरकार के पास लोगों के कल्याण पर पैसा लगाने के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद नहीं हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फेडरल बोर्ड ऑफ रिवेन्यू के पहले ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम के उद्घाटन समारोह की वजह से इमरान खान इस्लामाबाद में थे. इमरान ने अपने संबोधन में कहा कि 'हमारी सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि हमारे पास अपने देश को चलाने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है, जिसके चलते हमें लोन लेना पड़ता है. उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा कि टैक्स का भुगतान न करने की संस्कृति औपनिवेशिक काल की विरासत है, जब लोग टैक्स भरना पसंद नहीं करते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि उनका धन उन पर खर्च नहीं किया जा रहा है.
हालांकि, कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान को लेकर गौर करने वाली बात एक ये भी है कि सरहद पार से आए दिन भारत में ड्रोन द्वारा पाकिस्तान हथियार और मादक पदार्थ भेजता रहता है, साथ ही LoC पर संघर्षविराम का उल्लंघन कर फायरिंग भी करता रहता है. जब PAK इतनी ही गरीबी झेल रहा है, तो उसे अपनी नापाक हरकतों से बाज़ आना चाहिए और आतंकियों को पालने-पोसने की बजाए जनता के लिए काम करना चाहिए.
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