इस्लामाबाद: यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों के मद्देनजर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश से गेहूं आयात करने की जरूरत पर जोर दिया है। खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से सरकार से सरकार (जी2जी) यूरिया आयात व्यवस्था में चीन को शामिल करने का भी आग्रह किया है।
चीन ने आस्थगित भुगतान के आधार पर 4.35 प्रतिशत प्रति वर्ष या लगभग 2.175 अमरीकी डालर प्रति टन प्रति माह की दर से यूरिया खरीदने की पेशकश की थी। हाल ही में कैबिनेट की बैठक के दौरान, प्रधान मंत्री ने जोर देकर कहा कि रूस से गेहूं का आयात जी 2 जी आधार पर होना चाहिए, और पाकिस्तान में खपत फसल की गुणवत्ता उच्च ग्रेड की होनी चाहिए।
विदेश मामलों की राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने जोर देकर कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ के प्रतिबंध खाद्य वस्तुओं पर लागू नहीं होते हैं, और गेहूं के आयात पर रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत जी 2 जी आधार पर थी।
उन्होंने बैठक के प्रतिभागियों को यह भी बताया कि चूंकि ये संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को बाध्य नहीं कर रहे थे, इसलिए पिछली सरकार के दावे पर अनुवर्ती कार्रवाई कि रूस 30% कम कीमत पर ईंधन तेल बेचने के लिए सहमत हो गया था, लेकिन रिपोर्टों के अनुसार, कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।
शहबाज ने उद्योगों और उत्पादन सचिव से चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत करने और जी 2 जी आधार पर यूरिया आयात पर संभावित छूट पर बातचीत करने की कोशिश करने के लिए कहा।
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