नई दिल्ली : पाकिस्तान के झूठ का एक बार फिर पर्दाफाश हो गया. पाकिस्तान के एक निजी चैनल के पत्रकार द्वारा नकली पुलिस अधिकारी बनकर पीओके के एसपी से की गई बातचीत में यह खुलासा हुआ कि उस कार्रवाई में पांच पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए थे. मिली जानकारी के अनुसार चैनल ने सम्न्बधित एसपी का उच्चाधिकारी बनने का नाटक कर उससे सारी जानकारी उगलवाई, जिसमें मीरपुर रेंज के एसपी (विशेष शाखा) गुलाम अकबर को रिकॉर्डिंग में यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि 29 सितंबर की रात कई सेक्टरों में सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे.
टेलीफोन पर हुई बातचीत में उसने स्पष्ट तौर पर कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों को भारतीय हमले की भनक तक नहीं लगी और पांच सैनिक मारे गए, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने कई आतंकवादियों के शवों को वहां से तुरंत हटाया. चैनल के अनुसार उसके पास मारे गए सैनिकों के नाम भी हैं. बता दें कि रिपोर्टर ने आईजी मुश्ताक बनकर एसपी अकबर को फोन लगाकर उस रात हुई हानि की जानकारी तफ्सील से मांगी तो अकबर ने उस रात जिन-जिन क्षेत्रों में हमले हुए, उसकी पूरी कहानी बता दी. उसने कहा कि उस रात भीमबेर के समाना, पुंछ के हाजिरा, नीलम के दूधनियाल तथा हथियान बाला के कायानी में हमले हुए.
उसने कहा कि भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के तत्काल बाद पाकिस्तानी सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी.पाकिस्तानी सेना शवों को एंबुलेंस में डालकर ले गई. उसने कहा कि कई को गांव में ही दफन कर दिया गया. रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया कि अकबर ने डायरेक्टर जनरल मिलिट्री आपरेशन (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह के एक-एक बयान की भी तस्दीक की. बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने 29 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी थी. हालांकि पाकिस्तान ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को खारिज किया था.