इस्लामाबाद: 14 साल की बच्ची दुआ जेहरा काजमी (Dua Zehra Kazmi) 16 अप्रैल 2022 से पाकिस्तान के कराची से लापता हो गई है। उसका अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। इस बीच एक मस्जिद ने ‘शिया’ मुस्लिम होने की वजह से इस लापता बच्ची के परिवार वालों की फरियाद को ही ठुकरा दिया है। दुआ के माता-पिता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में बच्ची की माँ फूट-फूटकर रोती हुई दिखाई दे रही हैं।
Dua Zehra,14, went missing from Karachi on 16th April & is still not recovered. But what do you know what’s horrifying?
— Jaffer A. Mirza (@jafferamirza) April 21, 2022
Her parents went to the nearby mosque to make a missing child announcement & the mosque refused coz they don’t pronounce Shi’a names in their announcements: pic.twitter.com/L0i5EAynZ6
दुआ के पिता ने भावुक होते हुए एक चैनल के माध्यम से देश की जनता को बताया है कि वह अपनी बच्ची के लिए किस तरह तड़प रहे हैं। मगर मस्जिद वालों को उन पर जरा सी भी दया नहीं आई। उन्होंने बताया कि, 'जिस दिन मेरी बच्ची गुम हुई, मैंने मस्जिदों में जा-जाकर उसके नाम का ऐलान करवाने का प्रयास किया। लेकिन मस्जिद वालों ने कहा कि हम इस नाम का ऐलान नहीं कर सकते।' पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची के माता-पिता ने दावा किया है कि एक स्थानीय मस्जिद ने सांप्रदायिक वजहों से उनकी बेटी के नाम का ऐलान करने से इनकार कर दिया। बच्ची के पिता ने दावा किया कि जब उन्होंने दुआ के लापता होने पर स्थानीय मस्जिद से सहायता माँगी और उसके नाम का ऐलान करने के लिए कहा, तो उन्होंने यह कहते हुए इंकार कर दिया गया- 'हम इस नाम का ऐलान नहीं कर सकते, क्योंकि वह शिया समुदाय से है।'
पिता ने बताया कि दुआ बीते डेढ़ साल से स्कूल भी नहीं जा रही थी। अगर उनकी बेटी नहीं मिली तो उनका परिवार गवर्नर हाउस के सामने ख़ुदकुशी कर लेगा। दुआ की माँ कहती हैं कि, 'मैं अपनी बच्ची को जिंदा देखना चाहती हूँ। मैं एक माँ हूँ। मैं ज़ैनब की तरह उसके शव को नहीं लूँगी। यदि उसे मृत वापस लाया गया तो मैं उसके शव को गवर्नर हाउस के बाहर रख दूंगी।' बताया जा रहा है कि सिंध के CM मुराद अली शाह ने कराची के पुलिस प्रमुख को बच्ची की सुरक्षित बारामदगी के निर्देश दिए हैं। मगर अल फलाह थाने की पुलिस भी कराची के गोल्डन टाउन इलाके स्थित अपने घर के बाहर से लापता हुई इस 14 वर्षीय लड़की का पता लगाने में नाकाम रही है।
कराची के एडिशनल IGP गुलाम नबी मेमन ने कहा है कि बच्ची की खोज में पुलिस ने तीन विशेष टीमें गठित की है। हर टीम उसकी तलाश करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही है। Anti-Violent Crime Cell के SSP इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। पत्रकारों से बात करते हुए मेमन ने कहा कि, 'हमने दुआ के परिजनों को आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द उनकी बच्ची को वापस ले आएँगे।' वहीं, सोशल मीडिया पर हर कोई जेहरा की सलामती और उसके वापस लौटने की प्रार्थना कर रहा है।
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