<
strong>करांची: पकिस्तान के नव निर्वाचित प्रधानमन्त्री इमरान खान ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, इमरान ने कहा है कि उनकी सरकार उन सभी अफगान और बांग्लादेशियों को नागरिकता देगी जो 40 साल या उसे अधिक समय से यहां पाकिस्तान में रह रहे हैं, और उनके बच्चे भी बड़े हो गए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक इमरान खान की सरकार निर्मित होने के बाद से सामजिक सुधार की तरफ काम होना शुरू हुआ है.
एशिया कप 2018: पाकिस्तानी पेस अटैक के सामने हांगकांग ने टेके घुटने, 116 पर ढेर हुई पूरी टीम
बीते रविवार को बतौर प्रधानमंत्री पहली बार करांची पहुंचे इमरान खान ने एक सभा में कहा कि जो लोग पाक़िस्तान में जन्मे हैं, और वह पाक़िस्तान के नागरिक नहीं हैं वह अफगानी हैं या बांग्लादेश के शरणार्थी हैं जो 40 साल से ज्यादा दिन पाक़िस्तान में गुज़ार चुके हैं उनको पाक़िस्तान की सरकार पासपोर्ट और आईडी कार्ड प्रदान करेगी. यूएन के मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ पाकिस्तान में लगभग 14 लाख अफगानी शरणार्थी हैं और 2 लाख बांग्लादेशी शरणार्थी हैं. पाक़िस्तान में शरणार्थियों की हालत अभी तक बड़ी नाज़ुक रही है. उनको न तो उचित स्वास्थ्य सुविधाएं ही मिल पाती हैं, न ही पीने के लिये स्वच्छ पानी, आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान में मज़दूरी या फेरी लगाकर जीवन निर्वाह कर रहे लोगों के लिए यह ख़ुशी देने वाली खबर है.
ब्रिटेन में एकजुट हुए भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग
पाकिस्तान में नई सरकार के बनने के बाद अब पड़ोसियों से सम्बन्ध सुधारने की कोशिश तो शुरू कर दी है, यह बात और है कि उनके कारनामे उनकी उमीदों पर पानी फेर देते हैं. लेकिन पाकिस्तान सरकार का यह क़दम एक बढ़िया फैसला साबित हो सकता है. भारतीय या हिन्दुओं के विकास को लेकर भी इमरान सरकार ने सकारात्मक रुख इख्तियार किया है.
ख़बरें और भी
सुषमा ने किया सिद्धू के दावों का खंडन, कहा करतारपुर मार्ग खोलने के लिए पाकिस्तान ने नहीं भेजा कोई प्रस्ताव
पाकिस्तान पीएम हाउस से आज होने जा रही हैं 102 कारों की नीलामी
पैरोल हुई खत्म फिर जेल पहुंचे नवाज़ शरीफ