इस्लमाबादः पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। दरअसल पाक का पूरा विपक्ष इमरान सरकार और सेना एक अत्याचारों के खिलाफ लामबंद हो गया है। इमरान खान को सत्ता में लाने के लिए 2018 के चुनाव में हुई धांधली पर पाकिस्तान की दोनों प्रमुख विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N), पाकिस्तानी सेना के खिलाफ एकजुट हो गए हैं।
विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए पाकिस्तानी सेना के अध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि सेना की सभी कार्रवाई संविधान से निर्देशित और देशहित में थीं। बाजवा ने कहा कि सेना के तमाम एक्शन संविधान से निर्देशित और राष्ट्र हित में थे। पाकिस्तान सैन्य अकादमी (PMA) काकुल में जवानों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए पाक सेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना सरकार का समर्थन जारी रखेगी और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
बता दें कि पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के 70 वर्षों में से आधे समय से अधिक वहां ताकतवर सेना का शासन रहा है और सुरक्षा और विदेश नीति से संबंधित मामलों में उसे काफी अहमियत प्राप्त है। बाजवा के इस बयान को एक प्रकार से कबूलनामा माना जा रहा है कि इमरान खान को पीएम बनाने के लिए सेना ने चुनाव में हेराफेरी कराई थी।
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