इस्लामाबाद: भारत की तमाम आपत्तियों को नज़रअंदाज़ करते हुए पाकिस्तान और चीन ने गुलाम कश्मीर के रास्ते बस सेवा की शुरुआत कर दी है. यह बस पाकिस्तान के लाहौर से चीन के शिनजियांग प्रांत के काशगर तक यात्रा करेगी. सोमवार की रात को यह बस लाहौर के गुलबर्ग से अपनी पहली यात्रा पर निकली थी.
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60 अरब डॉलर के महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) के तहत सड़क संपर्क स्थापित करने के उद्देश्य से यह बस सेवा शुरू की गई है. इससे पहले भारत ने गुलाम कश्मीर के रास्ते बस सेवा शुरू करने पर चीन और पाकिस्तान से कड़ी आपत्ति जताई थी, लेकिन दोनों पड़ोसी देशों ने इसकी अनदेखी करते हुए बस सेवा शुरू कर दी है. चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत की आपत्ति का जवाब देते हुए कहा था कि इस्लामाबाद के साथ उसके सहयोग का भारत-पाक सीमा विवाद से कोई लेना-देना नहीं है.
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चीन ने यह भी कहा था कि इस बस सेवा के शुरू होने से कश्मीर पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा. वहीं पाकिस्तान ने भारत की आपत्ति को ख़ारिज कर दिया था, लेकिन आधिकारिक रूप से कोई जवाब नहीं दिया था. आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच 2015 में सीपीईसी योजना की शुरुआत की गई थी, इसके योजना के अंतर्गत दोनों देशों ने सड़क और रेल संपर्क स्थापित करने पर भी सहमति बनी थी.
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