पाक क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी दानिश कनेरिया हाल ही में धार्मिक भेदभाव की खबरों के बाद से चर्चा में आए. उन्होंने अपने देश के साथी खिलाड़ियों सहित पाक क्रिकेट बोर्ड पर भेदभाव का इलज़ाम लगाया था. कनेरिया ने कहा था कि उनके साथ धर्म के आधार पर भेदभाव किया गया. एक बार फिर से वह सुर्खियों में हैं. उन्होंने महाशिवरात्रि के दिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
हम बता दें कि दानिश कनेरिया ने कराची में महाशिवरात्रि मनाई. वो कराची के श्री रत्नेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन के लिए गए और इसका वीडियो उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. वीडियो शेयर करते हुए कनेरिया ने लिखा कि महाशिवरात्रि के अवसर पर कराची स्थित श्री रत्नेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किया. भगवान महादेव आप सभी को खुशियां प्रदान करें. हर हर महादेव. कनेरिया 2012 से स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहे हैं.
On the auspicious occasion of #Mahashivratri, had darshan at Shri Ratneshwar Mahadev Temple in Karachi. May Bhagwan Mahadev bless you all with happiness. #HarHarMahadev pic.twitter.com/nFkSDA9SfR
Danish Kaneria February 21, 2020
रिपोर्ट्स के अनुसार कनेरिया ने कुछ समय पहले एक वीडियो के जरिए एक सनसनीखेज खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान टीम में ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने मैच फिक्स किए और देश को बेच दिया, लेकिन पीसीबी में उनका वापस स्वागत किया गया. दानिश ने कहा था कि उन्होंने कभी अपने देश को पैसे के लिए नहीं बेचा है. पाकिस्तान के 67 साल के क्रिकेट इतिहास में अभी तक सिर्फ दो ही हिंदू क्रिकेटर खेल पाए हैं. कनेरिया से पहले अनिल दलपत पाक टीम में खेलने वाले पहले हिंदू खिलाड़ी थे. मालूम हो कि पिछले साल दिसंबर में शोएब अख्तर ने यह कहते हुए अपनी ही टीम के खिलाड़ियों पर बड़ा अरोप लगाया था कि टीम में ज्यादातर खिलाड़ी हिंदू क्रिकेटर (दानिश कनेरिया) के साथ खाना भी पसंद नहीं करते थे. इस बात की पुष्टि दानिश कनेरिया ने भी की थी.
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