नई दिल्ली: कांग्रेस ने करतारपुर कॉरिडोर के प्रस्तावित शुल्क को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान हर तीर्थयात्री से 20 डॉलर शुल्क लेगा। गलियारे के लिए आधिकारिक दस्तखत 23 अक्टूबर को होने वाले हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा है कि, "यदि पाकिस्तान करतारपुर के श्रद्धालुओं के लिए 20 डॉलर शुल्क पर जोर देता है और भारत समझौते पर दस्तखत करता है, तो NDA/भाजपा सरकार को एमओयू में जजिया कर का भुगतान खुद करने का वादा करना चाहिए। करतारपुर साहिब जाने के लिए शुल्क देना खुले दर्शन और पवित्र अरदास के स्वभाव के विरुद्ध है।"
पीएम मोदी नौ नवंबर को पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने वाले हैं। इससे केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट करते हुए है कि पहले जत्थे में 550 श्रद्धालु शामिल होंगे। पीएम मोदी एक एकीकृत चेकपोस्ट का उद्घाटन करेंगे। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी करतारपुर साहिब में दर्शन करने जा रहे हैं। वहीं देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने हालांकि पाकिस्तानी निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया है और सूत्रों का कहना है कि वह करतारपुर में एक इंट्रा-पार्टी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
विदेश मंत्रालय ने इसी को लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि यह बेहद निराशा की बात है कि भारत से श्रद्धालुओं की यात्रा की सुविधा के लिए ज्यादातर तत्वों पर एक समझ बन गई है, इसके बाद भी पाकिस्तान प्रत्येक यात्रा पर 20 डॉलर प्रति तीर्थ यात्री सेवा शुल्क लगाने पर जोर दे रहा है।
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