लॉज एंजिल्स : दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म अवॉर्ड ऑस्कर की घोषणा सोमवार को अमेरिका के लॉज एंजिल्स में की गई. इस पुरस्कार समारोह में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर की दौड़ में भारतीय मूल के एक्टर देव पटेल को पीछे छोड़ अमेरिकी अश्वेत मुस्लिम एक्टर महर्रशेला अली ने अवार्ड जीता, लेकिन इसके बाद उनके सांप्रदाय को लेकर विवाद बढ़ने लगा. आखिर दबाव के चलते यूनाइटेड नेशन में पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी को महर्रशेला अली की तारीफ में किया गया ट्वीट डिलीट करना पड़ा.
उल्लेखनीय है कि महर्रशेला अली अहमदिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय को गैर मुस्लिम मानता है. भारी आलोचना के बाद मलीहा लोधी को अपना ट्वीट डिलीट करना पड़ा. बता दें कि 43 वर्षीय महर्रशेला अली ने अपने करियर की शुरुआत 2001 में टीवी सीरीज ‘क्रॉसिंग जॉर्डन’ से की थी. हॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म मेकिंग रेव्यूलेशन थी, यह फिल्म 2003 में आई थी. वर्ष 2016 में आई मूनलाइट के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड जीतने के साथ ही वह ऑस्कर जीतने वाले पहले मुस्लिम बने, लेकिन विवाद महर्रशेला अली अहमदिया के सम्प्रदाय को लेकर बढ़ा.
बता दें कि महर्रशेला अली 1999 में अहमदिया समुदाय से जुड़े थे, जिसे पाकिस्तान में मुस्लिम नहीं माना जाता. किसी समय में पाकिस्तान में अहमदिया बड़ी भारी संख्या में रहते थे. लेकिन फिर बाद के सालों में उत्पीड़न बढ़ने पर एक एक करके अहमदिया समुदाय के लोगों ने यूरोप में शरण लेनी शुरू कर दी. पाकिस्तान में उन्हें मुसलमान ना मानकर अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जाता है, जो आज भी बुनियादी अधिकारों से दूर है.
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