नई दिल्ली: भारत सरकार ने कहा है कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह से देश का आंतरिक मामला है और इसको लेकर पाकिस्तान की अनुचित और आधारहीन टिप्पणी किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शनिवार शाम ट्वीट करते हुए कहा है कि शीर्ष अदालत का फैसला कानून सम्मत है और इसमें सभी धर्माें को बाराबर का सम्मान दिया गया है।
उन्होंने लिखा कि यह ऐसी व्यवस्था एवं धारणा है जो पाकिस्तान के चरित्र से परे है। उन्होंने कहा कि, 'इसलिए पाकिस्तान की इस प्रकार की अवधारणा आश्चर्यचकित करने वाली नहीं है। यह उसकी पैथोलॉजिकल बाध्यता है। द्वेष फैलाने के लिए के मकसद से आतंरिक मामलों में जानकबूझ कर की गई पाक की टिप्पणी निंदनीय है।' गौरतलब है कि पाकिस्तान ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सदियों पुराने अयोध्या मुद्दे को लेकर आये फैसले के समय को लेकर आज सवाल खड़े किए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि, 'सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही पीड़ति मुसलमान समुदाय पर दबाव और ज्यादा बढ़ेगा।'
कुरैशी ने कहा कि फैसले के विस्तार से अध्ययन के बाद पाकिस्तान का विदेश विभाग आधिकारिक बयान जारी करेगा। उन्होंने हालांकि आज के दिन फैसले की घोषणा पर सवाल खड़े किए। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा है कि, 'सुप्रीम कोर्ट ने लंबे समय के बाद आज फैसला सुनाया। भारतीय अदालत ने आज ही क्यों आदेश सुनाया।'
ख़त्म हुआ महाराष्ट्र की विधानसभा का कार्यकाल, गवर्नर ने भाजपा को दिया सरकार बनाने का निमंत्रण