इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी मुल्क बना पाकिस्तान इस समय अपनी कट्टरपंथी नीतियों के कारण कंगाली से बुरी तरह जूझ रहा है। शायद यही कारण है कि, कभी भारत को परमाणु हमले की धमकी देने वाला पाकिस्तान अब खुलेआम यह स्वीकार कर रहा है कि, भारत से मुकाबला करना उसकी हैसियत से बाहर है। दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने स्वीकार किया है कि, भारतीय सेना के सामने पाकिस्तानी फ़ौज कहीं नहीं ठहरती और भारत से लड़ने के लिए उसके पास गोला-बारूद और आर्थिक ताकत की कमी है। बता दें कि, यही पाकिस्तान कुछ समय पहले भारत को धमकियाँ देता था कि, वो ऐसे परमाणु बम मरेगा, जो मुस्लिमों को बचाते हुए भारत पर हमला करेंगे, जिससे भारत के मंदिरों में न तो घंटियाँ बजेंगी, न ही घांस उगेगी।
ब्रिटेन स्थित पाकिस्तानी मीडिया 'यूके44' के दो वरिष्ठ पत्रकारों हामिद मीर और नसीम जहरा के शो में बाजवा के इस बयान का जिक्र किया गया था। मीर के मुताबिक, जनरल बाजवा ने कबूल कर लिया है कि पाकिस्तान भारत के साथ युद्ध नहीं कर सकता। कमांडरों के सम्मेलन के दौरान बाजवा ने भी यह स्वीकार किया था कि पाकिस्तानी फ़ौज का इंडियन आर्मी से कोई मुकाबला नहीं है। मीर और जहरा ने बाजवा के हवाले से खुलासा किया है कि पाकिस्तानी सेना, भारतीय सेना से लड़ने में समर्थ नहीं है। हालांकि बाजवा ने पहले भी एक बयान में कहा था कि टैंक काम करने की स्थिति में नहीं हैं, इसके साथ ही तोपों की आवाजाही के लिए डीजल की भी किल्लत है।
बता दें कि, मीर और नसीम जहरा ने शो के दौरान यह भी बताया कि जनरल बाजवा ने 2021 में खुलासा किया था कि उन्होंने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ गुप्त वार्ता की थी। संघर्ष विराम के ऐलान के फ़ौरन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान यात्रा की योजना कैसे बनी इस बारे में दोनों की बात हुई थी।
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