इस्लामाबादः युनाइटेड नेशंस के कोर्ट से फैसला आने के बाद पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने पत्रकारों को बताया कि जाधव को काउंसलर एक्सेस दी जाएगी। इस पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। फैसल ने कश्मीर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की इच्छा का स्वागत किया। भारत ने फौरन ट्रंप के प्रस्ताव को फौरन खारिज कर दिया था और कश्मीर विवाद को द्विपक्षीय मसला बताया था।
इसके अलावा, करतापुर गलियारे पर अगली बैठक को लेकर प्रवक्ता ने कहा कि यह जल्द ही आयोजित होगी। भारत ने गुरूवार को पाकिस्तान से कहा कि कुलभूषण जाधव के मामले में पिछले हफ्ते आए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के फैसले का पूरी तरह से अनुपालन करते हुए वह यथाशीघ्र उन्हें राजनयिक संपर्क प्रदान कराये। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत इस मुद्दे पर पाकिस्तानी अधिकारियों के संपर्क में है।
भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव (49) को जासूसी एवं आतंकवाद के आरोप में अप्रैल 2017 में एक पाकिस्तानी अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, जिसके बाद भारत ने हेग (नीदरलैंड) स्थित आईसीजे का रूख किया था। रवीश ने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘इस मुद्दे पर आईसीजे का जो फैसला हुआ था, वह हमारे पक्ष में हुआ था। हम अपेक्षा करते हैं कि जाधव को पूर्ण ‘काउंसलर एक्ससेस’ (दूतावास संपर्क) मिले और जल्द मिले। यह आईसीजे के फैसले के अंतर्गत और वियना कंवेंशन के अंतर्गत मिले।’ उन्होंने कहा, ‘हम पाक से संपर्क में हैं। उनसे इस मामले में कूटनीतिक माध्यम से बातचीत चल रही है।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अपनी मांगों से पाकिस्तान को अवगत करा दिया है।
कर्नाटक: शपथ लेने के लिए बिलकुल तैयार येदियुरप्पा, कुछ देर में गवर्नर से करेंगे मुलाकात
तीन धमाकों से दहला अफ़ग़ानिस्तान, 7 की मौत 21 घायल
तीन तलाक़ बिल पर बोले ओवैसी, कहा- इस्लाम में शादी महज एक कॉन्ट्रैक्ट, जन्म-जन्म का बंधन नहीं