इस्लामाबाद: अफगानिस्तान शांति वार्ता के बीच पाकिस्तान की ISI वहां दहशतगर्द तैयार करने में लगी हुई है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का खुलासा किया है। अफगान शांति वार्ता के दौरान भारत ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की भूमिका पर अपनी चिंता स्पष्ट रूप से प्रकट की है। भारत का मानना है कि वार्ता में इन चिंताओं का निराकरण होना चाहिए जिससे पाकिस्तान अपनी भौगोलिक स्थिति और तालिबान पर असर का गलत इस्तेमाल ना कर पाए।
सूत्रों ने बताया है कि अफगान लोगों को जिहाद में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ISI द्वारा अफगानिस्तान में हजारों किताबें वितरित की जा रही हैं। अफगानिस्तान के लोगर, गजनी, नंगरहार प्रांतों में जिहाद से संबंधित किताबें बांटी गई हैं। ये पुस्तक अफगानिस्तान - पाकिस्तान तोरखम बॉर्डर के माध्यम से भेजी गई हैं। एजेंसियों का कहना है कि पुस्तक का प्रकाशन पाक की ISI ने किया है।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान शांति वार्ता और अफगानिस्तान में संभावित सत्ता हस्तांतरण में अपना वर्चस्व बरक़रार रखना चाहता है। इसके लिए वह अपनी आतंकपरस्ती को ही मुख्य हथियार बनाए हुए है। हालांकि अमेरिका समेत वार्ता से संबंधित सभी पक्ष पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट भरोसा चाहते हैं। आपको बता दें कि पाकिस्तान के आतंकवादी ना केवल भारत बल्कि अफगानिस्तान में भी दहशत के काम में शामिल हैं।
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