इस्लामाबाद : पाकिस्तान में अब हालात दिनो-दिन ख़राब होते जा रहे हैं। रुपये की गिरती कीमत के बीच मुल्क में विदेशी निवेश भी आधा रह गया है। रमजान के महीने में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि लोगों को भूखे सोना पड़ रहा है। वहीं लोगों को काली चाय पीना पड़ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि खाने-पीने का सामान खरीदने के लिए लोगों को पास इतना पैसा नहीं बचा है। इस वजह से देश के कई इलाकों में भूखमरी के हालात हो गए हैं।
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इतने फीसदी बढ़ी महंगाई
जानकारी के मुताबिक मार्च के मुकाबले मई में प्याज 40 फीसदी, टमाटर 19 फीसदी और मूंग की दाल 13 फीसदी ज्यादा कीमत पर बिक रही है। गुड़, शक्कर, फल्लियां, मछली, मसाले, घी, चावल, आटा, तेल, चाय, गेंहू की कीमतें भी 10 फीसदी तक बढ़ गई हैं। ऑटो, सीमेंट और फार्मास्यूटिकल्स जैसे उद्योगों के कच्चे माल के आयात की कीमतें और बढ़ेंगी।
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इसी के साथ पाकिस्तानी रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 154 रुपये का हो गया है। इस हिसाब से देखा जाए तो इस महीने की शुरुआत से पाकिस्तानी रुपया लगातार गिर रहा है। इससे आयात होने वाली वस्तुएं लगातार महंगी होती जा रही है। दूध के दाम 180 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। सेब चार सौ रुपये प्रति किलो और मटन 1100 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा है।
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