इस्लामाबाद: आईसीसी क्रिकेट विश्व कप पूर्व भारतीय कप्तान और अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी द्वारा बलिदान के निशान वाले ग्लव्स पहनने पर पाकिस्तान की ओर से भी आपत्ति जताई गई है. इमरान खान सरकार में विज्ञान और तकनीक मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने इस मसले पर भारतीय मीडिया द्वारा की जा रही कवरेज पर हमला बोला और कहा कि धोनी इंग्लैंड क्रिकेट खेलने गए हैं, न की महाभारत का युद्ध करने.
हालांकि उनके इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उनकी काफी खिंचाई भी कर रहे हैं. दरसअल, हुसैन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने के लिए गए हैं, न की महाभारत करने के लिए. भारतीय मीडिया में मूर्खतापूर्ण बहस हो रही है. भारतीय मीडिया का एक वर्ग युद्ध से इतना प्रभावित है कि उन्हें सीरिया, अफगानिस्तान या रावंडा पहुंचा दिया जाना चाहिए."
फवाद हुसैन के इस ट्वीट पर एक यूजर और वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार सिंह ने लिखा कि, आपकी टीम मैदान पर नमाज अदा करती है. ICC नियमावली के मुताबिक, धार्मिक प्रथा से संबंधित किसी भी चीज़ की इजाजत नहीं है. एमएस धोनी ने बस अपने दस्ताने में बलिदान का निशान लगाया हुआ था. धोनी टैरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं. ये क्या बकवास है श्री फवाद चौधरी? शांत हो जाइए.
दुबई बस हादसे में 17 लोगों की मौत, मृतकों में 8 भारतीय शामिल
वर्ल्ड कप में छिड़ी नई बहस, जब पाकिस्तानी खिलाड़ी मैदान पर नमाज़ पढ़ सकते हैं तो फिर धोनी क्यों.....
कश्मीरी युवाओं को नशे में उलझा रहा पाकिस्तान, सीमा पार से पहुंचा रहा ड्रग्स