इस्लामाबाद : अमेरिका से विमानों और अन्य हथियारों की खेप कम हो जाने के बाद अब पाकिस्तान युद्धक हथियारों की आपूर्ति के लिए चीन का रूख कर रहा है। हाल ही में यह जानकारी सामने आई है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ लंदन में अपना उपचार करवा रहे हैं मगर वे जैसे ही लौटेंगे उसके बाद चीन के साथ पाकिस्तान का रक्षा सौदा होगा।
मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान व चीन के मध्य जो रक्षा व सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर सहमति बन गई, इस मामले में एक मसौदा तैयार किया गया है। दरअसल सामरिक सुरक्षा हेतु हथियार व अन्य तकनीक को साझा करने की सहमति दोनों देशों में बन गई है। इस तरह का समझौता वर्ष 2011 में होना था लेकिन पाकिस्तान ने उस समय चीन के साथ समझौता इसीलिए नहीं किया ताकि अमेरिका और भारत नजदीक न आ जाए लेकिन अब जब भारत और अमेरिका के बीच सामरिक मामले में सहमति बन गई है तो ऐसे में पाकिस्तान ने चीन का रूख कर लिया।
गौरतलब है कि आतंकवाद को समर्थन करने को लेकर पाकिस्तान एक तरफ हो गया है। इतना ही नहीं बांग्लादेश, अफगानिस्तान व ईरान से उनके संबंध अच्छे नहीं हैं। यही नहीं चीन के साथ संबंधों को गाढ़ा करने का प्रयास भी पाकिस्तान कर रहा है।
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