वाशिंगटन: तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगन ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान कुआलालंपुर इस्लामिक शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ क्योंकि उसे सऊदी अरब की तरफ से ना आने के लिए धमकी दी गई थी। जागरण डॉट कॉम के मुताबिक, एर्दोगन ने दावा किया कि सऊदी अरब सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंधों की धमकी दी थी, इस डर के कारण वह कुआलालंपुर इस्लामिक शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ।
उल्लेखनीय है कि, इस हफ्ते के शुरू में मलेशिया द्वारा आयोजित इस्लामिक शिखर सम्मेलन में सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और मिस्र जैसे राष्ट्रों को शामिल नहीं किया गया था। पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली को कम करने में इन देशों की सहायता का हाथ रहता है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान सऊदी अरब गए और वहां से लौटने के बाद ऐलान किया कि वह कुआलालंपुर नहीं जा रहे हैं। बाद में स्पष्ट हुआ कि पाकिस्तान से कोई नहीं जा रहा है।
न्यूज़ स्टेट पर छपी खबर के मुताबिक, सऊदी अरब और यूएई को इस बात का अंदेशा है कि कुआलालंपुर में बुधवार से शुरू हुआ मुस्लिम देशों का सम्मेलन सऊदी अरब स्थित आर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) के समानांतर एक नया संगठन खड़ा करने कि कोशिश है।
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