काबुल: देश सहित विदेशों में भी आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। जिससे प्राय: सभी देश परेशान हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ आपसी सहयोग के लिए समझौता किया है। वहीं बता दें कि शनिवार को काबुल में तीनों देशों के बीच मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद समझौता किया गया।
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वहीं बता दें कि इस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, चीन के वांग यी और अफगानिस्तान के सलाहुद्दीन रब्बानी ने दस्तखत किए। इसके साथ ही बता दें कि इस मौके पर अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी भी मौजूद थे। बता दें कि तीनों पड़ोसी देशों के बीच यह दूसरी बैठक थी। यहां बता दें कि इससे पहले मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान रब्बानी ने कहा कि आतंकवाद की सामूहिक चुनौती के खिलाफ सामूहिक प्रयास जरूरी हो गया है। हम पाकिस्तान के साथ अपना संबंध सुधारना चाहते हैं।
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गौरतलब है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान अपनी सीमाओं पर सक्रिय तालिबान और अन्य आतंकी समूहों से लड़ने में नाकाम रहने के लिए लंबे समय से एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। वहीं बता दें कि चीन ने पाकिस्तान को अरबों डॉलर दिए हैं। चीन की वन बेल्ट, वन रोड परियोजना में भी पाकिस्तान अहम भागीदार है।
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