नई दिल्ली: नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन से पहले पाकिस्तान का बड़ा षड्यंत्र उजागर हुआ है. दरअसल पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने करतारपुर साहिब को लेकर एक प्रमोशनल वीडियो जारी किया है. वह वीडियो दरअसल गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर सिख श्रद्धालुओं के लिए स्वागत गीत है. किन्तु उस वीडियो में खालिस्तानी आतंकियों जनरैल सिंह भिंडरावाले, शबेग सिंह और अमरीक सिंह के पोस्टर नज़र आ रहे हैं. ऑपरेशन ब्लू स्टार में ये सभी मारे गए थे. इसमें खालिस्तानी आंदोलन से सम्बंधित मांग रेफरेंडम 20-20 के पोस्टर भी लगाए गए हैं.
इस बीच पाकिस्तान के संघीय मंत्रिमंडल की मीटिंग में भारत से करतारपुर गलियारे जाने वाले श्रद्धालुओं को लेकर आवश्यक फैसले लिए गए. अब उन्हें पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि केवल एक वैध पहचान पत्र दिखाने की आवश्यकता होगी. पासपोर्ट की छूट केवल सिख श्रद्धालुओं के लिए है. उन्हें अब 10 दिन पहले से पंजीकरण भी नहीं कराना होगा.
उद्घाटन समारोह में आने वाले और गुरू जी (सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी) की 550वीं जयंती पर आने वाले श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा. आपको बता दें कि पाकिस्तान प्रशासन ने करतारपुर गलियारे जाने वाले श्रद्धालुओं से बीस डॉलर सेवा शुल्क वसूलने का निर्णय लिया है. पाकिस्तान का अनुमान है कि उसे करतारपुर यात्रियों से वार्षिक 3 करोड़ 65 लाख डॉलर की कमाई होगी.
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