इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सिंध प्रांत के छाचरो क्षेत्र में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने जिन 4 नाबालिग लड़कों को अरेस्ट किया था अब उन्हें छोड़ दिया गया है। रिहाई इसलिए हुई है, क्योंकि जिसने इस मामले में केस दर्ज करवाया था उसने अपनी शिकायत वापस ले ली है। पाकिस्तान के अखबार डॉन के अनुसार, शिकायतकर्ता का नाम प्रेम कुमार है और उसने स्थानीय हिंदू नेताओं के निवेदन के बाद शिकायत वापस ले ली है।
अखबार ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया है कि गिरफ्तार किए गए लड़कों की आयु 15 वर्ष, 13 वर्ष, 13 वर्ष और 12 वर्ष है। उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है और कहा है कि उन्होंने मंदिर से पैसा चुराने के लिए ऐसा किया था। सिंध प्रांत के थार में छाछरो शहर के पास एक गांव में माता देवल भिट्टानी मंदिर में कुछ अज्ञात बदमाशों ने रविवार रात (26 जनवरी) तोड़फोड़ की थी। उन्होंने भगवान की प्रतिमाओं का अपमान किया था। थार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल्ला अहमदयार के आदेश पर सोमवार को एक FIR दर्ज की गई।
रिपोर्ट में कहा गया कि छाछरो के निवासी चारों लड़को को उपासना स्थल पर तोड़फोड़ के इल्जाम में सोमवार को अरेस्ट किया गया। इस बीच सिंध प्रांत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री हरि राम किशोरी लाल ने पुलिस से कहा है कि वह आरोपियों के खिलाफ ईशनिंदा का केस दर्ज करे।
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