इस्लामाबाद: इस्लामाबाद में 13 दिन तक चले जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) की 'आजादी मार्च' में पाकिस्तान सरकार ने 15 लाख डॉलर से ज्यादा धन खर्च किए हैं। यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी है। अधिकारियों ने रविवार को स्थानीय न्यूज चैनल को बताया कि यह राशि उन ठेकेदारों, विक्रेताओं को देना था, जिन्हें सिट-इन के दौरान सुरक्षा इंतज़ाम के लिए सेवा पर रखा गया था।
JUI-F ने राजधानी में 31 अक्टूबर से 13 नवंबर तक रैली और सिट-इन आयोजित की थी। इस सिलसिले में अन्य जिलों से बुलाए गए सुरक्षाबलों के लिए ठहरने, खाने और परिवहन का इंतज़ाम किया गया था। अधिकारियों ने बयान दिया कि, 18 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में 16 लाख डॉलर खर्च हुए हैं। सिट-इन से पहले राजधानी पुलिस ने 17 लाख डॉलर की मांग की थी, किन्तु सरकार के आदेश के बाद इसमें से 839298 डॉलर कटौती करनी पड़ी।
अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि, सिट-इन के दौरान राजधानी इस्लामाबाद में 3000 फ्रंटियर कांस्टेबुलरी, 1500 पंजाब कांस्टेबुलरी, 2000 खैबर पख्तूनख्वा पुलिस और रेलवे पुलिस ने 5,000 राजधानी पुलिस के साथ से ज्यादा ड्यूटी निभाई थी। आपको बता दें कि यह आज़ादी मार्च इमरान खान सरकार के खिलाफ निकाला गया था।
TikTok ने बदल डाली इस 23 वर्षीय युवती की जिंदगी, आज किसी सेलिब्रिटी की तरह जीती है लाइफ
वेस्ट बैंक में नई बस्तियां बसाना चाहता है इजराइल, अमेरिका ने किया समर्थन तो फिलिस्तीन ने जताया विरोध
विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम बन कर हुआ तैयार, इन दो टीमों के बीच हो सकता है मैच