भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने लाहौर में 250,000 लोगों की एक कार्यक्रम की इजाजत देकर लाखों लोगों का जीवन खतरे में डाल दिया. इस कार्यक्रम में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लोग जुटे. ऐसे समय में जब ईरान और सऊदी अरब जैसे देश धार्मिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, पाकिस्तान ने ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की है और स्थानीय तबलीगी जमात तबलीगी इज्तिमा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम की अनुमति दे दी. पाकिस्तान में संक्रमित लोगों की संख्या 1408 हो गई है जिनमें सात की हालत गंभीर है. पाकिस्तान में अभी तक 11 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रविवार को गाजा पट्टी ने कोरोना वायरस के अपने पहले दो मामलों की सूचना दी. दोनों फलस्तीनी लोग हाल ही में इस कार्यक्रम में भाग लेकर पाकिस्तान से लौटे थे. दोनों उन ढाई लाख लोगों में थे, जो 10-15 मार्च को लाहौर में एकत्रित हुए थे. पाकिस्तान ने 1300 से अधिक मामलों की सूचना दी है और वह कोरोना संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या से अनभिज्ञता जता रहा है. पत्रकार कुंवर खुलदून शाहिद ने हैरिट्ज में लिखा है कि पाकिस्तान दुनिया में कोविड-19 का सुपर स्प्रेडर बन सकता है.
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इस मामले को लेकर शाहिद ने लिखा कि पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या को स्पष्ट रूप से कम करके आंका गया है. कोई उस स्थिति की गंभीरता की सिर्फ कल्पना कर सकता है, जो जुम्मे की नमाज में लाखों लोगों के जुटने से उत्पन्न हुआ. ईरान ने जहां साप्ताहिक जुम्मे की नमाज को रद कर दिया है, वहीं सऊदी अरब ने फरवरी के अंत तक उमरा को निलंबित कर दिया था. लेकिन, पाकिस्तानी सरकार देश के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर में ढाई लाख लोगों को एकत्रित होने से नहीं रोक सकी.
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