इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी मुल्क बने पाकिस्तान में आए दिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले सामने आते रहते हैं। हिन्दुओं-सिखों की बहन-बेटियों का अपहरण, रेप, धर्मांतरण और जबरन निकाह पाकिस्तान में आम हो चला है। अब सिंध प्रांत में नाबालिग हिंदू लड़की के अपहरण, धर्मांतरण और फिर निकाह कराने का मामला प्रकाश में आया है। सोहना शर्मा नामक पीड़िता का किडनैप उसे पढ़ाने वाले टीचर अख्तर ने ही किया था। इस मुद्दे पर सिंध प्रांत की विधानसभा में भी जमकर बहस हुई। साथ ही आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की गई। इस पर प्रांतीय मंत्री ने जरूरी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत के काजी अहमद इलाके से 14 साल की नाबालिग हिंदू लड़की सोहना शर्मा का उसके घर में घुसकर किडनैप कर लिया गया था। पीड़िता के पिता दिलीप कुमार ने बताया है कि सोहना के शिक्षक अख्तर गबोल, फैजान जाट, सारंग खसखेलि ने बंदूक की नोक पर घर में घुसकर लूटपाट की। इसके बाद उनकी बेटी को अगवा कर ले गए। दिलीप कुमार ने बताया है कि उन्होंने इस मामले में पुलिस में शिकायत दी है। मगर, पुलिस कार्रवाई करने की बजाए कह रही है कि (नाबालिग) सोहना ने अपनी मर्जी से धर्मांतरण और निकाह कर लिया है। इसलिए उन्हें अपनी बेटी वापस मिलने की कोई आस नहीं है।
बता दें कि, पाकिस्तान में हिंदू-सिख लड़कियों का अपहरण और जबरन धर्मांतरण के बाद बलपूर्वक उनका निकाह करा देने की घटनाएँ आम होती जा रहीं हैं। ऐसे में, इस मामले को लेकर सिंध प्रांत की विधानसभा में भी बहस हुई। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के विधायक लाल चंद उकरानी ने इस मामले पर आक्रोश और दुःख प्रकट करते हुए कहा है कि सोहना शर्मा के अपहरण से पूरा अल्पसंख्यक वर्ग सदमे में है।
लाल चंद उकरानी ने इस घटना को क्रूरता बताते हुए कहा है कि किसी भी धर्म में जबरन धर्मांतरण और शादी की अनुमति नहीं है। इसलिए किसी को भी जबरन धर्मांतरण के लिए विवश नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा जब लाल चंद उकरानी ने अल्पसंख्यकों के अन्य मुद्दों को लेकर बात करने का प्रयास किया, तो विधानसभा स्पीकर आगा सिराज ने उनका माइक बंद कर उन्हें बोलने से ही रोक दिया। हालाँकि बाद में उन्होंने विधानसभा में कहा कि सोहना शर्मा का अपहरण और धर्मान्तरण करने के बाद उसका निकाहनामा (मैरिज सार्टिफिकेट) भी बनवा दिया गया। ताकि यह सिद्ध किया जा सके कि उसने अपनी मर्जी से धर्मांतरण कर निकाह कर लिया है।
वहीं, प्रांतीय मंत्री ज्ञान चंद इसरानी ने कहा कि, 'कानून के मुताबिक, यह एक दुखद घटना है। 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की न तो धर्म बदल सकती और न ही विवाह कर सकती है।' उन्होंने यह भी कहा है कि सोहना शर्मा के अपहरण के मामले में वह पुलिस के निरंतर संपर्क में हैं। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पार्टी की MLA ने भी इस मामले को लेकर विधानसभा में बेहद दुखी होकर रोते हुए कहा है कि, 'वो लड़की मेरी रिश्तेदार है। प्लीज उस पर रहम करिए।' उन्होंने यह भी कहा है कि सोहना को धर्मांतरण के लिए बाध्य किया गया। बाद में प्रांतीय मंत्री मुकेश चावला ने सदन को कानून के मुताबिक, कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। हालाँकि, अभी तक किसी कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है।