इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीट करते हुए बताया है कि दुनिया भर में धार्मिकस्थलों को पूजा और अर्चना के लिए खोल दिया गया है. पाकिस्तान भी सिखों के ऐतिहासिक धार्मिक स्थल करतापुर साहिब कॉरिडोर को खोलने की तैयारी में लगा हुआ है. करतारपुरा साहिब का भारतीय की ओर वाला हिस्सा 29 जून 2020 को खोल दिया जाएगा. बता दें कि 29 जून को महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि है.
उल्लेखनीय है कि गुरू नानक देवजी के 550वीं जयंती पर 9 नवंबर 2019 को करतारपुर साहिब गुरूद्वारे को खोला गया था. इसे वीजा फ्री शुरू करने के लिए बीते 70 वर्षों से सिख समुदायों द्वारा मांग की जा रही थी. यह सिखों के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में शामिल है. यह सिखों के पहले गरु, गुरु नानक देव जी का स्थान था. गुरु नानक अपने जीवन के अंतिम 17 वर्ष यहीं रहे थे. वे यहां ज्योति में समा गए थे. यहां बाद में गुरूद्वारे का निर्माण करवाया गया था. इस गुरुद्वारे से भारत की दूरी महज 3 किलोमीटर है. यही कारण है कि इसे वीजा फ्री किए जाने से पहले भारत के सिख दूरबीन के जरिए इसका दर्शन किया करते थे.
इस गुरुद्वारे के संबंध में यह बताया जाता है कि लंगर की शुरुआत भी नानकदेव जी ने यहीं करवाई थी. इसका निर्माण कार्य वर्ष 2001 में पूरा हुआ था. इस गुरुद्वारे की साफ-सफाई का ध्यान पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा रखा जाता है. इस गुरुद्वारे में नानक के भाग लहणा सिंह यानी गुरु अंगद को उनके मरने के बाद उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया था.
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