इस्लामाबाद : पाकिस्तान में 7 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा दी गई है जिसके जिसके बाद उन्हें जेल के अंदर ही फंदे पर लटकाया जायेगा. पाकिस्तान की 'निर्भया' को न्याय दिलाने के लिए आरोपियों को फंदे पर लटकाने के आदेश दिए हैं, उन्हें बुधवार को ही जेल के अंदर फांसी दी जाएगी. मृतक के पिता इमरान अली ने दोषियों को खुलेआम फांसी पर लटकाने की मांग की थी लेकिन उनकी इस याचिका को खारिच कर दिया गया.
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जानकारी के लिए बता दें, मंगलवार को लाहौर हाईकोर्ट के न्यायाधीश सरदार शमीम अहमद और शहबाज रिजवी की दो सदस्यीय पीठ ने इस दोषी को खुलेआम फांसी पर लटकाने की मांग को खारीच कर दिया जिसके चलते अब उसे जेल के भीतर ही फांसी दी जाएगी. इसी के साथ कोर्ट ने जेल के भीतर से उसके फांसी के लाइव प्रसारण करने की याचिका का भी निस्तारण कर दिया. इस पर कोर्ट का कहना है कि इस मामले में आपको सरकार के समक्ष अपनी याचिका लगानी थी क्योंकि वो सरकार नहीं है. उनका कहना है कि इसके लिए मृतक के पिता के उनके पास काफी देर से पहुंचे.
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बता दें, लाहौर से करीब 50 किमी दूर कसूर शहर में 23 वर्षीय इमरान ने इसी साल जनवरी में सात साल की मासूम के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी, जिसके अपराध में उसे फांसी की सजा सुनाई गई है. घटना के दो हफ्ते के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था.
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