नई दिल्ली : कुलभूषण मामले में इंटरनेशनल कोर्ट द्वारा फांसी की सजा पर रोक लगाने का फैसला सुनाये जाने के बाद पहली बार पाकिस्तान की तरफ भारत को रहत देने वाला संदेश आया है. पाक ने कहा कि- पाकिस्तान, जाधव के मामले में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के फैसले का इंतजार करेगा. भारत में पाक के राजदूत अब्दुल बासित ने कहा है कि इंटरनेशन कोर्ट के फैसले को प्रधानता दी जाएगी.
बता दे कि जाधव की फांसी को लेकर ऐसा पहली बार हुआ जब पाकिस्तान ने अपने तेंवर बदले हो. हालांकि, इंटरनेशनल कोर्ट में पाक फिर से पुर्नविचार (रीव्यू) याचिका लगाने वाला है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक बासित ने कहा कि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय कानून को मानता है और फांसी के मामले में जो रोक लगाई गई है उसपर अमल होगा. साथ ही पाक के राजदूत ने कहा कि जाधव से काउंसल के मिलने को लेकर कोई सटीक नि्र्देश नहीं आया है.
ऐसे में पाकिस्तान को पूरे फैसले का इंतजार है. गौरतलब है कि इंटरनेशनल कोर्ट ने जाधव की फांसी पर रोक लगाते हुए इस पूरे मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है. मालूम हो कि पाकिस्तान कुलभूषण मामले में शुरू से ही अड़ियल रवैया अपनाया हुआ था.
बता दें कि 46 वर्षीय पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को गत वर्ष तीन मार्च को गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान की एक सैन्य कोर्ट ने उन्हें जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के आरोपों में मौत की सजा सुनाई. इस पर भारत ने जाधव मामले को आठ मई को इंटरनेशनल कोर्ट में रखा.
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