मुंबई: मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर सूरत जाते हुए मनोर के समीप हुई एक सड़क दुर्घटना में दिग्विजय त्रिवेदी नाम के वकील की दर्दनाक मौत हो गई है। पालघर साधु लिंचिंग मामले में यही साधुओं के वकील थे। इस घटना में वकील के साथ कार में मौजूद महिला के भी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। हालाँकि, यह महिला कौन हैं, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। कासा के एक सरकारी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है।
महाराष्ट्र टाइम्स के अनुसार, ये हादसा मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर मनोर में मेंडवान ब्रिज के समीप हुआ है। जिस वक़्त यह हादसा हुआ, उस वक़्त त्रिवेदी ही गाड़ी चला रहे थे और इसी दौरान कार का नियंत्रण खोया और गाड़ी पलट गई, जिस वजह से त्रिवेदी की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, दिग्विजय त्रिवेदी सियासी दल बहुजन विकास अघाड़ी का लीगल सेल संभालते थे। इनकी मृत्यु के बाद ट्विटर पर पालघर मामले को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं और महाराष्ट्र सीएम, पालघर पुलिस, महाराष्ट्र डीजीपी को टैग करके पूछा जा रहा है कि बड़े स्तर पर होने वाली लिंचिंग में किस-किस का हाथ है? क्या ये सब योजनाबद्ध है?
कुछ सोशल मीडिया यूजर इस घटना को सोशल मीडिया पर स्पष्ट तौर पर हत्या बता रहे हैं और कुछ लोग इस मामले को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) या सीबीआई को सौंपने की बात कह रहे हैं।
#Palghar Sadhu lynchings- Adv Digvijay Trivedi, A lawyer pleading on behalf of deceased Sadhus killed in a road accident. @OfficeofUT @AnilDeshmukhNCP @DGPMaharashtra @Palghar_Police are U following this news? How many real brains behind lynching still at large? Is this planned? pic.twitter.com/kqCrjejdrY
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) May 14, 2020
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