भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को किसानों के मुद्दे पर विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों द्वारा हंगामा करने के बाद फिर से अव्यवस्था फैल गई। सदन में प्रश्नकाल के लिए बैठक नहीं हुई, विपक्षी सदस्यों ने यह आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया कि किसानों को भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि उनकी उपज धान का उठाव नहीं होने से मंडियों में पड़ी हुई है। भाजपा और कांग्रेस के विधायक जहां अध्यक्ष के मंच पर गए, वहीं भगवा पार्टी के विधायक किसानों के मुद्दे पर तख्तियां थामे नजर आए।
उन्होंने कहा, 'केंद्र धान खरीदने के लिए पैसा दे रहा है। किसानों से धान खरीदने में राज्य सरकार को क्या दिक्कत है? उपनेता प्रतिपक्ष बिष्णु चरण सेठी ने कहा, खरीद प्रक्रिया में अनियमितताओं के कारण किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि धान की खरीद तुरंत की जाए और उन किसानों को भुगतान किया जाए जो कई दिनों से मंडियों में इंतजार कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बाहनीपति ने कहा, 'राज्य की मंडियों में हजारों धान के बोरे पड़े हुए हैं। हम तब तक सभा को काम नहीं करने देंगे जब तक कि मंडियों से सभी बोरियों को मंजूरी नहीं मिल जाती। बीजद के वरिष्ठ विधायक देबी प्रसाद मिश्र ने कहा कि प्रश्नकाल ठप नहीं होना चाहिए। सरकार विपक्ष द्वारा उठाए गए किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्हें प्रश्नकाल में स्टाल नहीं रखना चाहिए जहां सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण मामले उठाए जाते हैं।
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