केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक ने पेपर लीक के बारे में बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि उन्होंने इस बारे में पहले ही चेतावनी दी थी. उन्होंने बोर्ड को चेताया था कि परीक्षा केद्रों को पेपर्स को लेकर फर्जी संदेश और ईमेल्स भेजे जा रहे हैं. परीक्षा नियंत्रक केके चौधरी ने यह खत चार मार्च को भेजा था. इसमें उन्होंने लिखा था, 'कुछ लोग परीक्षा केंद्रों से परीक्षा पत्रों के सत्यापन की बात कहकर कॉपियां मांग रहे हैं. ये लोग उनके नाम से मेल और संदेश भेज रहे हैं.' खत में कहा गया था कि बोर्ड परीक्षा की कॉपियां नहीं मांगता है और सभी परीक्षा केंद्रों को कहा जाता है कि इस तरह के मेल और संदेशों को नहीं लिया जाए और परीक्षा की पवित्रता बनाए रखें. इस खत के सामने आने के बाद सीबीएसई पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बुधवार को बोर्ड ने 10वी की गणित और 12वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा कराने का ऐलान किया था. खबरें सामने आईं थी कि ये दोनों पेपर वॉट्सऐप पर लीक हो गए हैं. इससे पहले सोशल मीडिया पर चर्चा थी कि 15 मार्च को हुई अकाउंटेंसी का पेपर भी लीक हुआ था. पेपर लीक होने के बाद लोगों ने सीबीएसई पर अपना गुस्सा उतारा.
10वीं कक्षा के छात्र प्रणव वीजू ने कहा कि पेपर लीक की बात पढ़कर वह हैरान है. उसे समझ नहीं आ रहा है कि अधिकारी कर क्या रहे हैं. बहरहाल अधिकारियों और सरकारी दावों की पोल खोलते पेपर लीक के मामले आज कल आम हो चले है और इनके हो जाने के बाद जांच का वादा इन दावों की अंतिम प्रकिया के रूप में इतिश्री का काम करता है.
सीबीएसई के दो पर्चों की फिर से होगी परीक्षा
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ज़करबर्ग ने इस मामले पर मांगी माफ़ी