आप सभी जानते ही होंगे हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण मानी जाती है. ऐसे में आप यह भी जानते ही होंगे हिंदू पंचांग की ग्यारहवीं तिथि को एकादशी तिथि कहते हैं जो आज है. जी हाँ, आज जलझूलनी एकादशी है और यह भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस एकादशी पर आप किन मन्त्रों के जाप कर सकते हैं.
फलदायी मंत्र
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे.
हे नाथ नारायण वासुदेवाय..
- ॐ नारायणाय विद्महे. वासुदेवाय धीमहि. तन्नो विष्णु प्रचोदयात्..
- ॐ विष्णवे नम:
धन-समृद्धि के विशेष मंत्र
- ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर. भूरि घेदिन्द्र दित्ससि.
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्. आ नो भजस्व राधसि.
लक्ष्मी विनायक मंत्र -
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्.
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे..
विष्णु के पंचरूप मंत्र -
- ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:
` ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान.
यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते..
एकदम सरल एवं लाभदायी मंत्र :-
सरल मंत्र
ॐ नमो नारायण. श्री मन नारायण नारायण हरि हरि.
- ॐ हूं विष्णवे नम:.
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