नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र गुरुवार को ख़त्म हो गया. बजट सत्र को काम की दृष्टि से बेहद सफल सत्र माना जा रहा है. बजट सत्र का प्रथम चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चला था और दूसरा चरण 14 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल को ख़त्म हो गया. संसद अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई है. बजट सत्र के प्रथम चरण की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुई थी. 1 फरवरी को वित्त मंत्री ने बजट पेश किया था. लोकसभा में प्रथम चरण की उत्पादकता 121 फीसद रही और राज्यसभा में 100 फीसद रही थी.
आज लोकसभा को संबोधित करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताया है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी 2022 को शुरू हुआ. इस सत्र में 27 बैठकें की गईं, जो 177 घंटे 50 मिनट तक चलीं. सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद की दोनों सभाओं की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 15 घंटे 13 मिनट तक चर्चा चली. चर्चा के बाद 7 फरवरी को ध्वनी मत से धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि 8वें सत्र में सभा की कुल उत्पादकता 129 प्रतिशत रही. सत्र में सभा में 40 घंटे 40 मिनट देर तक बैठकर चर्चा पर संवाद किया गया. सदन में 182 सवालों के जवाब दिए गए, 11 फरवरी को पीएम आवास योजना के लाभार्थियों के संबंध में आधे घंटे तक चर्चा हुई. सत्र के सदस्यों ने 377 के अधीन 483 लोकहित के विषय सदन में रखे. सत्र में विभिन्न संसदीय समितियों ने कुल 62 प्रतिवेदन पेश किए. मंत्रियों ने 35 बयान दिए. नियम 193 के तहत, जल वायु परिवर्तन, खेलकूद बढ़ावा देने और यूक्रेन में स्थिति पर संसद में चर्चा हुई.
'कोरोना से मरने वालों को मिले एक करोड़ मुआवज़ा..', याचिका देख सन्न रह गई दिल्ली हाई कोर्ट, कही ये बात
आर्मी कमांडर ने की मोदी सरकार की तारीफ, कहा- धारा 370 हटाना 'मजबूत और निर्णायक नेतृत्व' का परिणाम