तेहरान: साउथ कोरिया के सियोल में हिजाब के बगैर स्पोर्ट क्लाइंबिंग (खेल चढ़ाई) करने वाली ईरान की एलनाज रेकाबी (Elnaz Rekabi) अक्टूबर के बाद से ही सुर्ख़ियों में थीं। लोग हिजाब विरोधी प्रदर्शन में उनका योगदान देख उनकी प्रशंसा कर रहे थे। हालाँकि, अब जो खबर सामने आ रही है, वो हैरान करने वाली है। दरअसल, ईरानी प्रशासन ने एलनाज रेकाबी का घर जमींदोज़ कर दिया है। इस घटना की वीडियो भी सामने आया है। इस फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे उनके घर का मलबा जमीन पर पड़ा हुआ है और साथ में उनके द्वारा ईरान के लिए जीते गए ढेरों मेडल भी जमीन पर पड़े और बाल्टी में रखे दिखाई दे रहे हैं।
Elnaz Rekabi, the Iranian rock climber who competed without a hijab on national tv found her house in rubles.
— ArianaJasmine ???? on Twitch (@arianajasmine__) December 3, 2022
The IRGC demolished her house because she competed without a headscarf. #IranRevolution2022 pic.twitter.com/gzMdM8hDOX
एक शख्स इस वीडियो को बनाते हुए समझा रहा है कि आखिर मामला क्या है। वीडियो में एलनाज के भाई व जाने माने क्लाइंबर दाऊद हैं, जिन्होंने इसी खेल में देश के लिए कई मेडल जीते हैं। इस मामले पर स्थानीय न्यूज़ एजेंसी का कहना है कि ये ध्वस्तीकरण उससे पहले ही हुआ था, जब रेकाबी ने साउथ कोरिया में हिजाब पहने बगैर हिस्सा लिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, ये बात सच है कि रेकाबी का घर ध्वस्त किया गया, लेकिन उसका कारण साउथ कोरिया में हुई प्रतियोगिता नहीं, बल्कि घर बनवाने के लिए न ली गई वैध इजाजत है। इसके लिए एथलीट के परिवार को लगभग 4,700 डॉलर का फाइन भी भरना पड़ा था।
Last month Iranian police demolished a house which belonged to #Elnaz_Rekabi’s brother, BBC Persian has learned.
— Parham Ghobadi (@BBCParham) December 1, 2022
Iranian climber Elnaz Rekabi competed without a headscarf at a contest in South Korea in Oct.
She was forced to apologise.
Davood, Elnaz’s brother, is also a climber pic.twitter.com/R6xL62Hefx
बता दें कि अक्टूबर माह में रेकाबी भले ही बगैर हिजाब पहने प्रतियोगिता में उतरने के लिए सुर्ख़ियों में आई थीं, किन्तु उनके ईरान लौटने के बाद उन्होंने दावा किया था कि उनका हिजाब गलती से गिर गया था और वो इसके लिए क्षमा चाहती हैं। उनकी इस माफी के बाद अटकलें लगने लगी थीं कि शायद एथलीट से ये जबरदस्ती कहलवाया गया हो। हो सकता है, उनके ऊपर ईरानी सरकार ने दबाव डाला हो। बता दें कि ईरान में सितंबर के बाद से हिजाब विरोधी प्रदर्शन जारी है। सितंबर को ईरान की नैतिक पुलिस (Moral Police) द्वारा हिजाब में से बाल दिख जाने पर महसा अमिनी (Mahsa Amini) को इस कदर पीटा था कि, वो कोमा में चली गई थी और इसके कुछ दिन बाद उन्होंने दम तोड़ दिया था।
इसके बाद से इस्लामिक मुल्क ईरान की आक्रोशित जनता सड़कों पर आ गई और ईरानी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगी। कई ऐसी वीडियोज सामने आई थी, जिसमें लड़कियाँ अपने बाल काट रही थीं, अपने हिजाब को जला रही थी। ईरान के इस प्रदर्शन का असर पूरी दुनिया में देखने को मिला था। पूरे विश्व के सेलीब्रिटी इन मुस्लिम महिलाओं के समर्थन में आए थे और महज हिजाब सही तरीके से न पहनने पर हुई महसा की हत्या को खुलकर गलत बताया था।
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