नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों की ढील की वजह से ऐसा हो रहा है। लोग कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन नहीं कर रहे हैं। इस लिए अब सख्ती बढ़ाते हुए उन लोगों की खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो हवाई यात्रा करते वक़्त कोरोना गाइडलाइन्स का पालन नहीं करते हैं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कहा है कि घरेलू उड़ानों में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों को तीन माह तक यात्रा करने से रोका जा सकते है, यानी उन पर बैन लगा दिया जाएगा।
विमानन नियामक DGCA के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि इस महीने तीन एयरलाइनों की घरेलू उड़ानों पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते पाए गए पंद्रह मुसाफिरों को एयरलाइन्स द्वारा तीन माह के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 13 मार्च को एयरलाइंस से कहा था कि जो कई बार चेतावनी के बाद भी अपने मास्क ठीक से नहीं लगाते हैं, उनके खिलाफ नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जाए। नियामक नियमों का पालन नहीं वाले यात्रियों को तीन से 24 महीनों के लिए यात्रियों पर (नो-फ्लाई सूची में डालकर) प्रतिबंध लगाने की इजाजत देता है।
हालांकि, इनमें से ज्यादातर यात्रियों ने फ्लाइट में मास्क पहनने से इनकार कर दिया, दूसरों ने PPE किट पहनने से इनकार कर दिया, जो बीच की सीटों पर बैठने वालों के लिए अनिवार्य हैं। अधिकारियों ने कहा कि तीनों एयरलाइंस इन 15 यात्रियों को तीन महीने की अवधि के लिए अपनी नो-फ्लाई लिस्ट में डाल सकती हैं।
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