फ्लोरिडा: अमेरिका में फ्लोरिडा के एक चर्च में कोरोना के चमत्कारी उपचार का दावा करने वाले प्रधान पादरी और उसके बेटे को अरेस्ट किया गया है. ये कोरोना वायरस का चमत्कारी रूप से उपचार का दावा करते हुए ब्लीच बेचते थे. अब मार्क ग्रेनन और जोसेफ ग्रेनन नाम के दोनों आरोपी फ्लोरिडा पुलिस की हिरासत में है. फ्लोरिडा के संघीय अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोडक्ट को किसी बीमारी के उपचार के लिए मंजूरी नहीं दी गई है. इसलिए ये जानलेवा साबित हो सकती है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना के चमत्कारी उपचार ने सात अमेरिकी नागरिकों की जिंदगी छीन ली है. ब्लीच में क्लोरीन डाइऑक्साइड मिला हुआ है, जिसका उपयोग कपड़ा बनाने के लिए किया जाता है. आरोपी इस ब्लीच को कोरोना महामारी के उपचार की चमत्कारी दवा बताकर बेचा करते थे. आरोपी, कोरोना के अतिरिक्त कैंसर, एचआईवी, एड्स जैसी सभी बीमारियों के उपचार का दावा करते थे.
US फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने ग्रेनन और उनके बेटों को ब्लीच की बिक्री पर बैन लगा दिया है. हाल ही में FDA ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी करते हुए अमेरिकियों को इस तरह के किसी उत्पाद का सेवन नहीं करने की चेतावनी दी थी. नोटिस में कहा गया था कि, 'यदि आप सोडियम क्लोराइट या अन्य कोई चमत्कारी उत्पाद का सेवन कर रहे हैं, तो रुक जाएं.' दरअसल, FDA को इस तरह की कई शिकायतें प्राप्त हुईं हैं. जिसमें कहा गया है कि 'ट्रीटमेंट' के रूप में ऑनलाइन बेचे जाने वाले इन प्रोडक्ट्स ने लोगों को बीमार कर दिया है.
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