पठानकोट : पठानकोट स्थित सेना के एयरबेस से जुड़ी एक अजीब और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आतंकी हमले के जांच के दौरान पता चला है कि चरवाहे मात्र 20 रुपए देकर परिसर के भीतर पशु चराने आते थे। आस-पास रहने वाले लोग सुरक्षा कर्मियों को मामूली सी रकम देकर पशु चराने जाते थे। बता दें कि वायुसेना के परिसर में 6 आतंकियों ने हमला किया था। इसी की जवाबी कार्रवाई में सेना के 7 जवान शहीद हो गए।
इस मामले की जांच कर रही जांच एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को बताया है कि अलग-अलग गेटों पर तैनात सुरक्षा प्रहरी पैसे लेकर पशुओं को एयरबेस के भीतर चराने की अनुमति देते थे। चरवाहों के लिए अंदर प्रवेश करना एक सामान्य सी बात है।
बता दें कि पशुपालन करने वाले गुजर्र समुदाय की आबादी सैकड़ों में है, जो परिसर के अंदर की घास को पशुओं को खिलाने के लिए उपयुक्त मानते है। आतंकी हमले के बाद पंजाब पुलिस अब आस-पास रहने वाले लोगों की गिनती कर रही है, ताकि वहां की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पठानकोट वायुसेना के भीतर सीएसडी कैंटीन समेत कई दुकानें है।
खबर यह भी है कि कई स्थानीय लोग भी वहां खरीदारी करने जाते थे। इसके लिए कुछ लोगों ने पहचान पत्र भी बनवा रखा और अन्य को सुरक्षा कर्मी बिना किसी पहचान पत्र के ही जाने की अनुमति दे देते थे।