बीजेपी 2019 के आम चुनावों के लिए कमर कस चुकी है और इसी सिलसिले में संघ प्रमुख मोहन भागवत की ‘पाठशाला’ के अहम् कदम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी बीजेपी के मिशन 2019 का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है. ‘युवा उद्घोष’ कार्यक्रम के जरिए मिशन को आगाज देने के बाद अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत की ‘पाठशाला’ लगेगी, 15 से 21 फरवरी तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख काशी में रहेंगे.
छह दिवसीय काशी प्रवास के दौरान लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर संघ की गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र रहेगा, 15 फरवरी की शाम संघ प्रमुख बनारस पहुंचेंगे, 16 फरवरी को कार्यक्रम की शुरुआत होगी. पहले दिन बैठक में काशी, गोरक्ष और अवध प्रांतों के प्रतिनिधियों के रूप में संघ और उसके सहयोगी संगठन के लोग शामिल होंगे. बैठकों के जरिए आरएसएस प्रमुख, प्रांतों की लोकसभा सीटों के संबंध में फीडबैक भी लेंगे.
संभवत: यह पहला मौका होगा जब संघ, सरकार और बीजेपी के कद्दावर नेताओं का यहां जमावड़ा लगेगा. आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच संघ प्रमुख का काशी प्रवास एवं दिग्गजों की मौजूदगी को देखते हुए राजनीतिक गहमा गहमी बढ़ गई है. गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संघ की कार्यवाही और गौ-रक्षा से जुड़े कामों की समीक्षा हेतु बिहार का दौरा भी किया है.
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