सागर/ब्यूरो। जनपद सदस्य के पीठ पर पैर रखकर माफी मंगवाने वाले पटवारी को सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने सस्पेंड कर दिया है। फोटो वायरल होने के बाद एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने मामले की जांच की थी। जांच में पटवारी विनोद अहिरवार दोषी पाया गया था। एसडीएम के जांच प्रतिवेदन के आधार पर सागर कलेक्टर ने पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। दरअसल पूरा मामला 2 अक्टूबर का है। गांधी जयंती पर सागर जिले की बीना तहसील के भानगढ़ राजस्व सर्किल में ग्रामसभा का आयोजन किया गया था।इसमें पटवारी विनोद अहिरवार और जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल का किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। पटवारी ने शासकीय कार्य में बाधा डालने संबंधी शिकायत पुलिस से कर दी थी।
दोपहर में हुए विवाद के बाद शाम को पटवारी ने जनपद सदस्य को बुलाया और माफी मांगने को कहा। पटवारी विनोद ने जनपद सदस्य को आश्वस्त किया कि माफी मांगने पर वह पुलिस में शिकायत नहीं करेगा। इसके बाद जनपद सदस्य माफी मांगने को तैयार हो गया। पटवारी ने झुककर पैर पड़कर माफी मांगने को कहा। जनपद सदस्य झुका तो पटवारी ने उसकी पीठ पर पैर रखकर आशीर्वाद दिया और फोटो खिंचवा ली। फोटो खुद पटवारी ने अपने परिचितों से सोशल मीडिया पर वायरल करा दी और पुलिस से शिकायत वापस भी नहीं ली थी।
पीड़ित जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल ने पटवारी विनोद अहिरवार द्वारा उनकी पीठ पर पैर रखकर फोटो खिंचाने और वायरल करने के बाद पुलिस व प्रशासिनक स्तर पर शिकायत की थी। इसके बाद सागर कलेक्टर ने मामले में जांच के लिए एसडीएम बीना शैलेन्द्र जैन को निर्देश दिए थे। बीना एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने मामले की जांच की और पटवारी विनोद अहिरवार को दोषी पाया,एसडीएम के जांच प्रतिवेदन के आधार पर सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने मंगलवार देर रात कार्रवाई करते हुए पटवारी विनोद अहिरवार को निलंबित कर दिया।
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