राजनीति में परिस्थितियों के अनुसार फैसले लेने पड़ते हैं.इसमें नफा -नुकसान दोनों होते हैं. ऐसे ही लगभग राजनीतिक वनवास भोग रहे महाराष्ट्र के कद्दावर नेता राकांपा के शरद पवार भी राजनीतिक मतभेदों के बाद भी कांग्रेस का साथ देने को तैयार हैं.यहां तक की उन्हें पीएम के रूप में राहुल गाँधी भी स्वीकार्य है. इसलिए उन्होंने फिर गठबंधन करने को वक्त का तकाजा बताया है.
उल्लेखनीय है कि राकांपा ने महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया था.लेकिन अब पवार ने महसूस किया है कि उनकी अगली पीढ़ी के लिए गठबंधन जरूरी है. इसीलिए राकांपा की लोकसभा सांसद और उनकी बेटी सुप्रिया सुले महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन का समर्थन कर रही है.
बता दें कि राकांपा राहुल गांधी से गुजरात में गठबंधन न करने को लेकर भी नाराज है.जबकि राहुल गुजरात के राज्यसभा उपचुनावों में राकांपा द्वारा निभाई गई नकारात्मक भूमिका के बाद से सख्त रवैया अपना रहे हैं .फिर भी शरद पवार ने राहुल गाँधी को यह सन्देश भेजा है कि विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है. पवार ने हाल ही में कांग्रेस नेताओं के एक समूह से बातचीत के दौरान बताया कि अगर विपक्षी दल 2019 में सरकार बनाने की स्थिति में आते हैं तो वह राहुल को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करने को भी तैयार है. पद्म विभूषण के अलावा कुछ न मिलने से नाराज शरद पवार ने पीएम मोदी को मीठा वक्ता बताया.
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