ऑफिस में मीटिंग में बड़ा ध्यान रखा जाता है, कैसे की जाए, आपके बात करने का लहजा कैसा होना चाहिए. यह बहुत महत्वपूर्ण होता है. फीडबैक देने या सहयोगी कर्मचारियों से अच्छे संबंध बनाने में यह काफी असर करता है. इसके लिए हम आपको कुछ चीजे बताते है जो आपके अवश्य काम आएगी. सबसे पहले बता दे कि बॉडी लेंग्वेज भी शब्दों की ही तरह महत्वपूर्ण होती है.
किसी मामले में इनपुट देना हो तो बॉडी लैंग्वेज खास किरदार निभाती है. यदि कोई अपनी बॉडी लैंग्वेज से असहजता या आक्रोश दिखाए तो इससे सुनने वाले को असुरक्षा महसूस हो सकती है. वह कही जा रही बात को सुनने से बचेगा. यह भी हो सकता है की वह आपकी बातो पर ध्यान न दे इसलिए बात करते समय सपोर्टिव टोन बहुत उपयोगी साबित होती है. इसके साथ अगर सुनने वाले से आई कॉन्टेक्ट बनाकर बात की जाए तो वह जुड़ाव महसूस करता है.
यह भी बता दे कि हाथ बांधकर बात करना अच्छा नहीं माना जाता. बोलते समय अगर हल्की मुस्कुराहट चेहरे पर हो तो आत्मियता जाहिर होती है. बॉडी लेंग्वेज से यह जाहिर नहीं होना चाहिए कि जिसे फीडबैक दिया जा रहा है, उस पर हावी होने की कोशिश है. कोई भी इसे पसंद नहीं करता. इस तरह की बॉडी लैंग्वेज से बचना है.
ये भी पढ़े
बदलाव करने के लिए उठाने पड़ते है सख्त कदम
पुरुष पर निर्भर महिलाओं के ये गहने
आओ खेलें भूतों के संग आँख मिचौली